Tuesday 14 April 2020

नींबू के ज्योतिषीय चमत्कार

नींबू का एक या दो उपयोग साधारणतः सभी को पता है परन्तु नींबू का अनेकों तांत्रिक व सात्विक उपयोग किया जाता है क्योंकि ये उपयोग फलदायी हैं। तो आइये हम नींबू के सात्विक उपयोग के बारे में चर्चा करते है जो की अत्यंत चमत्कारी व फलदायी हैं।

बुरी नजर निवारण : 
साधारणतः हम देखते है कि दुकानों में हरी मिर्च के साथ एक नींबू टंगा होता है। इसका कारन यह है कि नींबू बुरी नजर को सोख लेता है। माना जाता है कि नींबू का खट्टा और मिर्च का तीखा स्वाद बुरी नजर वाले व्यक्ति की एकाग्रता भंग कर देता है। जिससे वह अधिक समय तक घर या दुकान को नहीं देख पाता है।


वास्तु दोष मिटाएं नींबू : 
जिस घर में नींबू का पेड़ होता है वहां किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा सक्रीय नहीं हो पाती है। नींबू के वृक्ष के आसपास का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहता है। नींबू का पेड़ घर के वास्तुदोष को दूर कर देता है। यदि पेड़ नहीं है तो एक नींबू लेकर उसे घर के चारों कोनों में 7 बार घुमाएं और कहीं सुनसान जगह पर ले जाकर उसके चार टुकड़े करके चारों दिशाओं में नींबू का एक एक टुकड़ा फेंककर लौट आएं। लौटते वक्त पीछे मुड़कर न देखें।

सफलता हेतु : 
कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो किसी हनुमान मंदिर जाकर एक नींबू के ऊपर चार लौंग लगा दें। फिर हनुमानजी के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद हनुमानजी से सफलता दिलवाने की प्रार्थना करें और नींबू लेकर कार्य प्रारंभ कर दें। इससे आपके कार्य में सफलता की संभावना बढ़ जाएंगी।

बुरी नजर उतारने के लिए : 
यदि किसी बच्चे को या बड़े इंसान को किसी की बुरी नजर लग गई है तो उसके सिर के उपर से पैर तक सात बार नींबू वार लें। इसके बाद इस नींबू के चार टुकड़े करके किसी सुनसान स्थान पर या किसी तिराहे (तीन रास्ता) पर फेंक दें। नींबू के टुकड़े फेंकने के बाद पीछे न देखें।

व्यापार में लाभ हेतु : 
यदि किसी का व्यापर अच्छे से नहीं चल रहा है तो उसके लिए एक छोटा सा उपाय है। एक नींबू को दुकान या संस्थान की चारों दीवारों पर स्पर्श कराएं। इसके बाद नींबू को चार टुकड़ों में अच्छे से काट लें और चारों दिशाओं में नींबू का एक एक टुकड़ा फेंक दें। इससे दुकान की नेगेटिव एनर्जी नष्ट हो जाएगी और व्यापार में लाभ होना शुरू हो जाएगा। यह उपाय कम से कम 7 शनिवार अवश्य करें।

भाग्य को चमकाने हेतु : 
एक नींबू लें और उसको अपने सिर के उपर से सात बार वार (घुमाकर) कर उसके दो टुकड़ें करें। बाएं हाथ का टुकड़ा दाईं तरफ अर दाएं हाथ का टुकड़ा बाईं तरफ फेंक दें।

नौकरी पाने हेतु : 
एक नींबू के ऊपर चार लौंग गाड़ दें और 'ॐ श्री हनुमते नम:' मंत्र का 108 बार जप करके नींबू को अपने साथ लेकर जाएं। आपका काम अवश्य बन जाएगा।

नई नौकरी या नौकरी में बदलाव हेतु :
अगर आपको नौकरी या काम नहीं मिल रहा है और आप मारे-मारे फिर रहे हैं तो एक दागरहित बड़ा नीबूं लें और चौराहे पर बारह बजे ( रात्रि ) से पहले जाकर उसके चार हिस्से कर लें और चारों दिशाओं में दूर-दूर फेंक दें। फलस्वरूप बेरोजगारी की समस्या समाप्त हो जाएगी।

रोग से मुक्ति हेतु : 
यदि घर में कोई व्यक्ति या बच्चा रोगग्रस्त है और काफी दवाईयां लेने के बाद भी सही नहीं हो रहा है तो शनिवार को एक नींबू लेकर रोगी के सिर से 7 बार उल्टा (घड़ी के बिपरीत दिशा में ) घुमाएं।अगर बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही है तो तीन पके हुए नींबू लेकर एक को नीला एक को काला तथा तीसरे को लाल रंग कि स्याही से रंग दे। अब तीनों नीबुओं पर एक एक साबुत लौंग गाड दें। इसके बाद तीन मोटी चूर के लड्डू लेकर तथा तीन लाल पीले फूल लेकर एक रुमाल में बांध दें। अब प्रभावित व्यक्ति के ऊपर से सात बार उबार कर बहते जल में प्रवाहित कर दें। ध्यान रहे प्रवाहित करते समय आसपास कोई खड़ा न हो।

संतान प्राप्त हेतु : 
यह उपाय किसी विशेषज्ञ से पूछकर ही करें। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नीबू की जड़ लाकर उसे गाय के दूध में मिलाकर निःसंतान स्त्री को पिलाएं, उसे पुत्र की प्राप्ति होगी।

समृद्धि के द्वार खोलने हेतु : 
१. कई बार व्यक्ति के पास धन की आवक रुक जाती है। समृद्धि के द्वार बंद हो जाते हैं। हर तरह की प्रगति रुक जाती है। ऐसा लगता है कि किसी ने बंधन कर दिया हो। जिस प्रकार रस्सी से बांध देने पर व्यक्ति खुद को असहाय महसूस करता है ऐसा ही आपको महसूस हो रहा है तो यह उपाय आजमाएं। एक नींबू लें और किसी चौराहे पर जाकर उसे सात बार अपने उपर से वार कर उसे दो भाग में काट लें। एक भाग पीछे की ओर फेंक दें और दूसरा आगे की ओर फेंक कर काम पर चले जाएं या घर आ जाएं।

२. दूसरा उपाय अपने उपर से एक साबूत नींबू लेकर उसे 21 बार सिर से पैर तक वार कर उसे विपरित दिखाओं में फेंक दें। इसके बाद एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसे अपने उपर से 21 बार वार कर उसे किसी देवस्थान पर साबूत का साबूत ही जला दें।

No comments:

Post a Comment