Wednesday 16 September 2020

हिन्दू शब्द का अर्थ है काफिर, काला, चोर, गुलाम, हिन्, गलिच्छ

जी हां इंटरनेट पर इस तरह के बयान-बजी  (स्टेटमेंट) आपको सैकड़ों लेख में मिल जाएंगे। आपको यूट्यूब पर भी इस प्रकार के अनेकों वीडियो मिलेंगे जहां पर हिन्दू, हिन्दूवा, हिन्दवी, हिन्द, हिंदुस्तान या फिर हिंदुस्तानी के सम्बन्ध में ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। मेरा यह लेख उन लोगों को जवाब देने के लिए है जिन लोगों ने हिन्दु या हिंदुस्तानी शब्द को गलत तरीके से या तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया है। नीचे लिखें ऐसे ही कुछ स्टेटमेंट को गलत सिद्ध कर रहा हूं :- 



स्टेटमेंट - १.

"हिन्दू (ही+न+दू=हिन्+दू) इस शब्द का पर्शियन भाषा मे अर्थ है काला, चोर, गुलाम. और शब्दशः अर्थ है हिन् घानेरडा, गलिच्छ. "


स्पस्टीकरण

उपरोक्त लेख के लेखक के अनुसार भारत को हिंदू, हिंदी, हिंदुस्तान आदि शब्दों का परित्याग कर देना चाहिए। क्योंकि हिंदू शब्द फारसी शब्द से आया है। जी हां लेखक उस पारस देश की बात कर रहे हैं जो आज ईरान देश का एक सुबा यानि राज्य है। परंतु यह तो कोई तर्क नहीं हुआ की किसी एक शब्द का मतलब दूसरे देश में चोर, डाकू, लुटेरा है तो हमारे देश में भी उसका अर्थ वही होगा। किसी भी शब्द का अर्थ वह होता है जो हम स्वयं निर्धारित करते हैं ना कि हम किसी और पर निर्भर रहते हैं कि वहां पर इसका क्या अर्थ है हम दूसरे के विचार से अपने शब्द का अर्थ नहीं बदल सकते। जैसे कि "उसके नाम का कुत्ता पालूं" साधारण: लोग दुश्मन के नाम से अपने पालतू कुत्ता का नाम रखते हैं अर्थात जो नाम उनके दुश्मन का होता है वही नाम अपने कुत्ते का भी रख लेते है। इस तरह से हिंदू शब्द बहुत पहले से रहा है परन्तु जब इस्लामिक कंट्री कट्टरपंथी अपने चरम पर थे और भारत मुगलों का इस्लामिक कट्टरपंथियों का गुलाम था उस समय हिंदू शब्द को अरबी और फारसी डिक्शनरी में तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया जैसे कि अंग्रेजों ने इंडिया का अर्थ उन्नीस सौ साल में प्रकाशित ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में प्रस्तुत किया था लेकिन आज ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में इंडियन शब्द का अर्थ वह नहीं है जो 19 सौ साल में प्रकाशित शब्दकोश में था।

अब हम एक और उदाहरण से इसे समझने की कोशिश करते हैं उदाहरण के लिए सेंट्रल (मध्य) अफ्रीका में एक देश है जिसका नाम है बुरुंडी तो क्या बुरुंडी देश के लोगों को अपने देश का नाम बदल कर कुछ और रख लेना चाहिए। क्योंकि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बुरुंडी एक अश्लील व अत्यंत ही असभ्य शब्द है। बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति का नाम था मुजीबुर्रहमान। उर्दू भाषा में मुजीबुर एक अत्यंत चर्चित नाम है परन्तु हिंदी या नेपाली भाषा में यह एक अश्लील शब्द है तो क्या अब उर्दू भाषा की शब्दकोश से मुजीबुर शब्द को हटा देना चाहिए। इस प्रकार के अनेकों उदाहरण दिए जा सकते हैं। परंतु क्या ऐसे तर्क अपने आप में पर्याप्त हैं किसी देश का नाम या किसी आस्था से जुड़े शब्द का प्रयोग रोकने के लिए या उस शब्द को अपने शब्दकोश से हटाने के लिए।

उपरोक्त लेख के लेखक से हमारा नम्र निवेदन है की कृपा करके आप कुछ ऐसा संदर्भ प्रस्तुत करें जो विश्वसनीय हो क्योंकि यहां 130 करोड़ लोगों के जीवन शैली का सवाल है जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं। हमको यह पता नहीं है कि आर्य या सनातन शब्द कब, कहां, कैसे, क्यों और किस वजह से हिंदू  बना। परन्तु जब से हमारा जन्म हुआ तब से हम हिंदू है। तो इससे कोई मतलब नहीं बनता कि पारसी डिक्शनरी में हिंदू का क्या मतलब है।उदाहरण के लिए इस्लाम का अल्लाह शब्द संस्कृत के अल्लाह शब्द से बना है। जिसका अर्थ है देवी अर्थात देवी या शक्ति की आवाहन के लिए संस्कृत में अल्लाह शब्द का प्रयोग होता है। जैसे या देवी सर्वभूतेषु .... और इस्लाम में या अल्लाह .....  परन्तु किसी भी मुसलमान ने कभी यह नहीं कहा की चुकी संस्कृत में अल्लाह का अर्थ देवी होता है तो मैं अपने अल्लाह के लिए कुछ और शब्द का चयन करुं। क्योंकि अपने अपने हिसाब से सब ने अल्लाह शब्द का मतलब सुनिश्चित किया है तो इससे मुसलमानों कोई फर्क नहीं पड़ता कि संस्कृत में देवी को अल्लाह कहते हैं। उसी प्रकार इस बात से भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि फारसी डिक्शनरी में हिंदू का क्या अर्थ है। इसलिए आप इस देश की बात कीजिए क्या भारत के अंदर भी हिंदू का कुछ और मतलब है। क्या आप भारत के संविधान को जानते हैं, भारत की न्यायपालिका को जानते हैं, सुप्रीम कोर्ट ने भी हिंदू का कुछ मतलब बताया है क्या उससे अवगत है। इन सब बातों को नजरअंदाज करके और हिन्दु शब्द को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करके क्या सिद्ध करना चाहते हैं। आप जो सन्दर्भ बता रहे हैं वह स्वीकृत नहीं है। मेहरबानी करके ऐसी अनर्थक बातें बताकर, बातों को तोड़ मरोड़ कर हिंदू शब्द को बदनाम ना करें।

आप अंतर्राष्ट्रीय शब्दकोश में हिंदू शब्द का अर्थ समझ ले फिर कुछ कहें। अंतर्राष्ट्रीय शब्दकोश आज का एक्सेप्टेड शब्दकोश है। हिन्दू शब्द का अर्थ आपको इंटरनेट पर मिल जाएगा।आप स्वयं को हिंदू से अलग कर लीजिए हमें कोई आपत्ति नहीं है परंतु जो हिंदू है उनके संबंध में आप इस प्रकार के आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं कर सकते भारत का संविधान सब को बोलने का अधिकार देता है परंतु किसी की आस्था को, किसी की जीवन शैली को दबाव पूर्वक बदलने का अधिकार नहीं देता है। आप यह नहीं कह सकते कि हिंदू शब्द एक गाली है।भारत में हिंदू शब्द का मतलब गाली नहीं होता है, जीवन शैली होती है। अंतर्राष्ट्रीय शब्दकोश में भी हिंदू शब्द का मतलब गाली नहीं होता है, जीवन शैली होता है। यदि कोई मुसलमान अरब देश जाता है तो अरब देश के मुसलमान भारत के मुसलमान को अरब में हिंदू कह कर संबोधित करते हैं। यदि हिंदू शब्द गाली होता तो एक मुसलमान दूसरे मुसलमान को हिंदू कहकर सम्बोधित नहीं कहता। हिंदू शब्द कोई गाली नहीं है आप पहले इसका गहन अध्ययन करें उसके बाद किसी प्रकार का लेख इसके ऊपर लिखे तो अच्छा रहेगा। ईरान देश के अंदर फारसी भाषा में हिंदू शब्द का मतलब गाली हो सकता है। किंतु इसका अर्थ यह कदापि नहीं हो सकता कि भारत में भी हिंदू शब्द का अर्थ गाली हो।

अंतरराष्ट्रीय शब्दकोष और केरीब्राउन के अनुसार (हिंदुत्व वेबस्टर के अँग्रेजी भाषा के तृतीय अन्तर्राष्ट्रीय शब्दकोष के विस्तृत संकलन) :-

यह सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक विश्वास और दृष्टिकोण का जटिल मिश्रण है। यह भारतीय उप महाद्वीप में विकसित हुआ। यह जातीयता पर आधारित, मानवता पर विश्वास करता है। यह एक विचार है जो कि हर प्रकार के विश्वासों पर विश्वास करता है तथा धर्म, कर्म, अहिंसा, संस्कार व मोक्ष को मानता है और उनका पालन करता है । यह ज्ञान का रास्ता है स्नेह का रास्ता है । जो पुनर्जन्म पर विश्वास करता है । यह एक जीवन पद्धति है जो हिन्दू की विचारधारा है।


अँग्रेजी लेखक केरीब्राउन ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘द इसेन्शियल टीचिंग्स ऑफ हिन्दुइज्म' में अपने विचार इन शब्दों में व्यक्त किये हैं –

आज हम जिस संस्कृति को हिन्दू संस्कृति के रूप में जानते हैं और जिसे भारतीय सनातन धर्म या शाश्वत नियम कहते हैं वह उस मजहब से बड़ा सिद्धान्त है जिस मजहब को पश्चिम के लोग समझते हैं। कोई किसी भगवान में विश्वास करे या किसी ईश्वर में विश्वास नहीं करे फिर भी वह हिन्दू है। यह एक जीवन पद्धति, है यह मस्तिष्क की एक दशा है।


भारत के सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को "भारतीयों की जीवन शैली" के रूप में परिभाषित किया है

छत्रपति शिवाजी महाराज हिंदू राष्ट्र की स्थापना करना चाहते थे।

महान चिंतक व स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी ने हिंदुत्व को अपनाया था।

डॉ राधाकृष्णन ने अपनी पुस्तक "द हिंदू व्यू ऑफ लाइफ" में कहा हिन्दुत्व सामाजिक जीवन पर जोर देता है और उन लोगों को साथी बनाता है जो नैतिक मूल्यों से बँधे होते हैं। यह कोई संप्रदाय नहीं है बल्कि उन लोगों का समुदाय है जो दृढ़ता से सत्य को पाने के लिये प्रयत्नशील हैं।

स्वामी विवेकानन्द ने कहा था -"हिन्दुत्व कोई धर्म नहीं है, यह एक उत्तम जीवन पद्धति है" ।

महात्मा गांधी हिंदुत्व को मानवता के प्रति सेवा का ध्येय मानते थे। उनके लिए जीव ही शिव है। मानव सेवा ही प्रभु सेवा है। यह भावना ही महात्मा गांधी को राजनीति की ओर खींच लाई।

जवाहरलाल नेहरू अपनी किताब "डिस्कवरी ऑफ इंडिया" में यह लिखा है कि हिंदू व Indo शब्द सिंधु से बना है उन्होंने भी हिंदू शब्द को गालि या किसी अन्यथा नहीं लिया है।

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हिंदुत्व को नापसंद करते थे। परंतु उन्होंने ऐसा कहीं नहीं कहा है कि हिंदू शब्द का अर्थ गाली है उनको हिंदुत्व की राजनीती से घृणा थी ना कि हिंदू शब्द से। यदि आपको लगता है कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संपूर्ण विचारों के बारे में मुझे पता नहीं है या फिर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी अपने किसी भी रचना में हिंदू शब्द का अर्थ गाली बताया है तो कृपया कमेंट करें।

भारत के किसी भी स्वतंत्रता सेनानी ने हिंदू शब्द का अर्थ गाली के रूप में नहीं लिया है बल्कि भारतीय जीवन शैली के रूप में लिया है। हिंदूराष्ट्र के संबंध में लोगों के विचारधारा अलग हो सकते हैं परंतु हिंदू शब्द गाली है ऐसा किसी ने नहीं माना है।


यदि किसी लेखक को इस संबंध में कोई डिबेट करना है तो मैं उनका स्वागत करूंगा आप जब और जहां बोलो मैं इस डिबेट के लिए तैयार हूं कि हिंदू शब्द फारसी शब्द के आने से पहले से था और फारसी व अरबी में सिर्फ हिंदू शब्द को बदनाम करने के लिए उसके अर्थ को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है अगर किसी में हिम्मत है तो मेरे साथ डिवेट करिए मुझे खुशी होगी।



स्टेटमेंट - २.

"हिन्दू शब्द का अर्थ है काफिर"

स्पस्टीकरण

हिंदू शब्द सिंधु से बना है और इसका मतलब काफिर कदापि नहीं है काफिर का मतलब मैं अपने अगले लेख में बताऊंगा यहां मैं इतना ही कहूंगा कि हिंदू शब्द को दुर्भावना से ग्रसित होकर तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है। हिंदू शब्द का अर्थ काफिर बिल्कुल नहीं है। हिंदू शब्द सिंधु से बना है और उर्दू शब्द की उत्पत्ति के पहले से बना है इसलिए हिंदू शब्द का अर्थ काफिर नहीं है। काफ़िर का अर्थ में अपने अगले लेख में प्रस्तुत करूंगा।



स्टेटमेंट - ३.

"कौन हैं हिन्दू, नहीं जानती केंद्र सरकार : RTI

नई दिल्ली. भारतीय संविधान और कानूनों की रोशनी में हिन्दू शब्द के आशय और परिभाषा के बारे में केंद्र सरकार से आरटीआई के तहत जानकारी मांगी गई, लेकिन ये जानकारी सरकार उपलब्ध नहीं करा सकी. मध्यप्रदेश के नीमच निवासी आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने केंद्र सरकार से आरटीआई के तहत पूछा था कि भारतीय संविधान और कानूनों के अनुसार हिन्दू शब्द का अर्थ और परिभाषा क्या है? उन्होंने कहा कि मेरी आरटीआई पर गृह मंत्रालय की ओर से भेजे गए जवाब में कहा गया कि केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी के पास अपेक्षित सूचना उपलब्ध नहीं है. आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने अपने आवेदन में सरकार से ये जानना चाहा था कि देश में किन आधारों पर किसी समाज को हिन्दू माना जाता है और हिन्दूओं को बहुसंख्यक के तौर पर देखा जाता है। लेकिन गृह मंत्रालय की ओर से सिर्फ यहीं जवाब दिया गया कि उपरोक्त सूचना सीपीआईओ के पास उपलब्ध नहीं है."


स्पस्टीकरण

आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ कि सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून ऐसे ही लोगों के उट पटांग सवालों के कारण बंद कर दिया गया है। इस कानून के तहत शायद आखरी सवाल यह था की यदि एलियन भारत पर हमला कर दें तो भारत सरकार इससे बचने के लिए क्या कदम उठाए हैं। इसके बाद से सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून को रद्द कर दिया गया। क्योंकि इस देश में कुछ लोगों को बोलने का कुछ ज्यादा ही अधिकार मिल चुका है जी हां ऐसा ही यह सवाल है। 1965 से लेकर के 1995 के बीच में सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न फैसलों में हिंदू शब्द को परिभाषित किया गया है और कहा गया है कि हिंदू शब्द का अर्थ है "भारतीयों की जीवन शैली"। इसके बावजूद आरटीआई से सवाल क्यों किया जाया। यह एक वेबुनियादी स्टेटमेंट है, वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।



स्टेटमेंट - ४.

"मुसलमानों ने, मुस्लिम हमलावरों ने, मुगलों ने हिंदू शब्द हमें दिया है परन्तु हम हिंदू नहीं सनातन हैं, हम आर्य हैं "

स्पस्टीकरण

यदि मुसलमानों ने हिंदुओं को हिंदू नाम दिया है तो भला भारतिय मुसलमानों को अरब आदि देशों में हिंदू क्यों कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय शब्दकोश में बताई गई हिंदू शब्द की परिभाषा के आधार पर अरबी मुसलमान भारतीय मुसलमान को हिंदू कहते हैं। अरब आदि देशों से व यूरोप के देशों के साथ हमारा व्यापार बहुत ही पुराना है। इस्लाम के जन्म के पहले भी अरब के व्यापारी भारत से व्यापार करते थे। इसलिए यह कहना कि मुसलमानों ने हमें हिंदू शब्द दिया या मुस्लिम आक्रमणकारियों ने हमें हिंदू नाम दिया यह तर्क उचित नहीं है। अरब आदि देशों के व्यापारियों ने हमें हिंदू नाम दिया होगा परंतु इसका अर्थ यह नहीं कि मुसलमानों ने या मुस्लिम आक्रमणकारियों ने या मुगलों ने हमें हिंदू नाम दिया यह कथन बिल्कुल असत्य है।



स्टेटमेंट - ५.

"हिन्दू शब्द के उत्पत्ति का रहस्य है हिमालय से प्रथम अक्षर हि है और इंदु चंद्रमा के पर्यायवाची शब्द है जिससे भारतीय काल गणना किया जाता है से अंतिम अक्षर लिया गया है यानी इनदु यानी हिन्दू शब्द बना है"


स्पस्टीकरण

ऐसा नहीं है की हिमालय की "ह" और चन्द्रमा से इंदु ले लिए और हमने हिंदू बना दिया इसके पीछे कोई औचित्य नहीं है। कोई तर्क नहीं है कि ऐसा क्यों किया। यह उन लोगों ने बताया है जो हिंदू शब्द को सही तरीके से सिद्ध नहीं कर पाए कि हिंदू शब्द अरबी और उर्दू शब्द की उत्पत्ति के पहले से रहा है और यह सिंधु से बना है।


यदि किसी पाठक को ऐसा प्रतीत होता है कि इस लेख में दी गई जानकारी (लिखने में या समझने) में कुछ कमी है या गलती है तो ऐसे पाठकों से नम्र निवेदन है कि आप अपना विचार कमेंट के माध्यम से हमें दें हम अवश्य उनके कॉमेंट के आधार पर अपने इस लेख में (आवश्यकता अनुसार) परिवर्तन करेंगे।


यदि मेरा यह लेख आपको अच्छा लगे तो कृपा करके शेयर अवश्य करें और अपना कमेंट करें। 

धन्यवाद 






Saturday 5 September 2020

इंडियन शब्द का अर्थ है बास्टर्ड अर्थात हरामि संतान

जी हां इंटरनेट पर इस तरह के बयान-बजी  (स्टेटमेंट) आपको सैकड़ों लेख में मिल जाएंगे। आपको यूट्यूब पर इस प्रकार के अनेकों वीडियो मिलेंगे जहां पर इंडिया या इंडियंस के सम्बन्ध में ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। मेरा यह लेख उन लोगों को जवाब देने के लिए है जिन लोगों ने इंडिया या इंडियन शब्द को गलत तरीके से या तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया है। नीचे लिखें ऐसे ही कुछ स्टेटमेंट को यहां पर गलत सिद्ध कर रहा हूं :-



स्टेटमेंट - १. 
“Indian” शब्द का अर्थ है हरामी संतान, आपने पढ़ा होगा अंग्रेजोँ के समय मेँ सिनेमाघरोँ और कई सार्वजनिक जगहोँ पर “Dogs and Indians are not allowed”  का बोर्ड लगा रहता था इसी से आप समझ सकते हैँ अंग्रेज के लिये इंडियन्स की क्या वैल्यू थी।
स्पस्टीकरण 
इंडियन शब्द का अर्थ है भारतीय। इसकी पुष्टि हमारा संविधान करता है। हमारा संविधान कहता है "इंडिया दैट इज भारत"। जिस समय हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था उस समय बात कुछ और थी। गुलाम के बारे में कोई भी कुछ भी बोल सकता है लेकिन आज हम अंग्रेजों को खदेड़ कर उनके देश वापस कर चुके हैं। आज किसी की ऐसी हिम्मत नहीं है, जैसा कि इस लेख में बताया गया है। आज इंडियन मतलब भारतीय ही होता है  और जो लोग खुद की बुराई खुद निकालकर अपने आप को महान समझ रहे हैं, वस्तव में उन से बड़ा मूर्ख दुनिया में और कोई नहीं है। हम तो भारतीय हैं।  

स्टेटमेंट - २. 
यदि आप ऑक्सफ़ोर्ड की पुरानी डिक्शनरी (Oxford Dictionary) खोलें तो पृष्ठ नं० 789 पर लिखा है Indian जिसका मतलब बताया गया है कि “old-fashioned & criminal peoples” अर्थात् पिछड़े और घिसे-पिटे विचारों वाले अपराधी लोग। 
स्पस्टीकरण 
1900 साल में प्रकाशित ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के पेज नंबर 789 में बताए गए इंडियन शब्द का मतलब उस जमाने में ब्रिटिश हुकूमत के आदेश अनुसार लिखा गया था। और जिस तरह से हम लोगों ने (अर्थात हमारे पूर्वजों ने ) ब्रिटिश को भगाकर उनके देश पहुंचा दिया। उसी तरह से ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी को भी अपने उस एडिशन (प्रकाशन) को बदलना पड़ा। आज के वर्तमान समय में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में आप देख लीजिए इंडियन का मतलब भारतीय मिलेगा ना कि कुछ और आज दुनिया में किसी भी देश की इतनी क्षमता नहीं है कि वह भारत के 130 करोड़ नागरिकों के बारे में किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी कर सकें।आज इंडिया का मतलब भारत और इंडियन का मतलब भारतीय है और आगे भी रहेगा इसमें कोई संशय नहीं है।


स्टेटमेंट - ३. 
Indian का एक अर्थ है “वह व्यक्ति या दंपत्ति जिसके माता-पिता का विवाह चर्च में नहीं हुआ हो” । अर्थात “Indian” शब्द का अर्थ है उस दंपत्ति से पैदा संतानें जो की चर्च में विवाह न होने के कारण नाजायज हैं मतलब कि बास्टर्ड या फिर हरामी संतान |  
स्पस्टीकरण 
जैसा कि मैंने उपरोक्त उत्तर में इंडिया का मतलब भारत और इंडियन का मतलब भारतीय स्पष्ट कर दिया है तो इस पर अब आगे कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। चूँकि उस समय भारत कमजोर था, गुलाम था तो चाहे जिस ने जैसे भी संबोधित किया हो। परन्तु आज किसी की हिम्मत नहीं है कि भारतीय को अपशब्द कहे या अपशब्द कह कर संबोधित करें। 


स्टेटमेंट - ४. 
ब्रिटेन में वहां के नागरिकों को “इंडियन” कहना क़ानूनी अपराध है।

स्पस्टीकरण 
ब्रिटेन में वहां के नागरिकों को इंडियन कहना अपराध है। मेरा एक सवाल है क्या एक भारतीय को पाकिस्तानी, अफ्रीकी या अन्यथा कहना अच्छा है। यह तो हर देश में गलत है इस में नया क्या है लेख लिखने वालों को शायद इससे कुछ अंतर नहीं पड़ता हो परंतु मैं अपना बात कहता हूं कि मैं एक भारतीय हूं मैं एक इंडियन हूं और यदि मुझे कोई किसी और देश का नागरिक बताएगा तो निश्चित तौर पर मै उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। क्योंकि मैं इंडियन हूं पाकिस्तानी, अफ्रीकी या अन्यथा नहीं हूं। मुझे लगता है कि  ऐसे असभ्य लेखकों को उनके सवाल का जवाब अवश्य मिल चुका होगा जो इस तरह से सच्चाई को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। 

स्टेटमेंट - ५. 
दुनिया में लगभग 200 देश है उन सभी देशों के पास अपनी एक विशेष पहचान और एक खास नाम है इन 200 देशों में केवल भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जिसकी ऑफिसियली  2 नाम है इंडिया और भारत। हमारे संविधान में भी इन्हीं दोनों नामों को स्वीकृति दी गई है। संविधान की प्रस्तावना में लिखा है इंडिया अर्थात भारत देश। इसका मतलब यह हुआ कि देश के 2 नाम हैं सरकारी तौर पर गवर्नमेंट ऑफ इंडिया भी कहते हैं और भारत सरकार भी कहते हैं।
स्पस्टीकरण 
ऐसे विचार सुनकर मुझे हंसी आती है कि इस लेख के लेखक क्या भारत के संविधान रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी से भी ज्यादा महान, शिक्षित, विद्वान, और दुनिया देखे हुए हैं। मेरे नजरिए में तो शायद एक-दो ऐसे लोग हो जो पूरी दुनिया देखे हो उनमें से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी एक थे। अगर ज्ञान की बात की जाए तो मैं समझता हूं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के पास जो ज्ञान था वह ज्ञान आज भी शायद किसी भी भारतीय में नहीं होगा और ऐसे लोग यह कहते हैं कि भारत में ऑफिशियली दो नाम है इंडिया और भारत। मैं उनको ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा इतना कहूंगा कि हमारे संविधान के रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी पर थोड़ा सा विश्वास करें, भारत के संविधान पर विश्वास करें और इस तरह के अपने लेख को हो सके तो इंटरनेट से हटा ले। यह स्वयं उन्हीं लेखकों के लिए भी शर्म की बात है। क्योंकि वे जाने अनजाने में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को चैलेंज कर रहे हैं। वैसे जानकारी के लिए यह बतादूँ कि दुनिया में बहुत से देश हैं जिनकी एक से अधिक नाम है। आप लोग गूगल में सर्च कर लो आपको उत्तर मिल जाएगा। जैसा कि उदाहरण में दिया गया है कि जापान का एक नाम है जी नहीं जापान के भी एक से अधिक नाम है आप गूगल में सर्च कर लो। 

स्टेटमेंट - ६. 
“भारत” या “इंडिया”  इस देश का क्या नाम है ? सरकार से यही सवाल लखनऊ की सामाजिक कार्यकर्ता ने पूछ कर केंद्र सरकार को मुश्किल में डाल दिया है सूचना के अधिकार क़ानून यानी आर0 टी0 आई0  के तहत पूछा है कि सरकारी तौर पर भारत का क्या नाम है? उनके इस सवाल ने सरकारी दफ्तरों में हलचल मचा दी है क्योंकि सरकार के पास फिलहाल इसका कोई जवाब नहीं है। 
स्पस्टीकरण 
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ कि सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून ऐसे ही लोगों के उट पटांग सवालों के कारण बंद कर दिया गया है। इस कानून के तहत शायद आखरी सवाल यह था की यदि एलियन भारत पर हमला कर दें तो भारत सरकार इससे बचने के लिए क्या कदम उठाए हैं। इसके बाद से सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून को रद्द कर दिया गया। क्योंकि इस देश में कुछ लोगों को बोलने का कुछ ज्यादा ही अधिकार मिल चुका है जी हां ऐसा ही यह सवाल है, कुछ बचकाने से सवाल। संविधान के प्रथम पृष्ठ पर लिखा हुआ है कि इंडिया मतलब भारत तो क्या इसके बावजूद भी केंद्र सरकार को जवाब देने में दिक्कत आई है। जी नहीं हमें लगता है यह कोई सवाल ही नहीं है और अगर किसी ने ऐसा सवाल किया है तो यह अत्यंत मूर्खतापूर्ण है। क्योंकि इंडिया मतलब भारत यह बात संविधान में स्पष्ट रूप से बताया गया है। फिर इंडिया और भारत जैसे सवाल उठने ही नहीं चाहिए और केंद्र सरकार को ऐसे सवाल स्वीकृत भी नहीं करने चाहिए। यह अनावश्यक विवाद बनाया जा रहा है अपना लेख लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह बेतुकी बात है। 

स्टेटमेंट - ७. 
"INDIAN" शब्द का वास्तविक अर्थ जानकर,शर्म से डूब जाएंगे आप।
स्पस्टीकरण 
शर्म हमें क्यों आए शर्म तो उनको आनी चाहिए जो गलत लिखते हैं, गलत छापते है। चाहे आप लेख के लेखक हो या फिर ऑक्सफोर्ड के प्रकाशक हम तो इंडियन है। हमारा संविधान हमें इंडियन का नाम दिया और है यह संविधान हमारा है। हम तो अपने इंडियन होने पर गर्व करते हैं। शर्म से डूब मरे वे लोग जिनको इंडियन होने पर गलत महसूस होता है, शर्म से डूब मरे ऐसे लेखों के लेखक जो इंडियन होने पर आपत्ति जताते हैं, दूसरों को बरगलाते है। ऐसे लेखक स्वयं क्यों नहीं डूब मरते। जिनको अपने संविधान का पता नहीं है,  देश के इतिहास का पता नहीं है, और चले हैं दुनिया को पाठ पढ़ाने।


स्टेटमेंट - ८. 
“इंडियन” शब्द शत प्रतिशत गुलामी का प्रतीक है नफरत भरा शब्द है क्योंकि जो लोग ईसाई चर्चों की मान्यताओं के अनुसार विवाह नहीं करते थे उन्हें ‘इंडियन’ कहा जाता है।
स्पस्टीकरण 
यह कहना सत प्रतिशत अनुचित होगा कि “इंडियन” शब्द गुलामी का प्रतीक है। “इंडियन” सब गुलामी का प्रतीक नहीं है बल्कि गुलामी के समय में “इंडियन” का तात्पर्य (अर्थ ) अंग्रेजों ने अलग बनाया था। “इंडियन” शब्द नफरत भरा नहीं है बल्कि जब “इंडियन” ब्रिटिश का गुलाम था उस जमाने में नस्लवाद और रंगभेद अपने चरम पर था और यह न सिर्फ “इंडिया” में अपितु अनेकों देश में नस्लवाद और रंगभेद का भाव व्याप्त था। 
आज के परिप्रेक्ष्य में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि "जो लोग ईसाई चर्चों की मान्यताओं के अनुसार विवाह नहीं करेंगे उन्हें ‘इंडियन’ कहाजाएगा" “इंडियन” शब्द को लेकर अनावश्यक भ्रम क्यों फैला रहे हैं जिसका कोई आधार (प्रमाण) ही नहीं है। आज के किसी भी डिक्शनरी में आपको “इंडियन” शब्द का मतलब भारतीय मिलेगा। 

स्टेटमेंट - ९. 
“हमें सुबूत चाहिए कि किसने और कब इस देश का नाम “इंडिया” रखा ? या भारत को “इंडिया” कहने का फैसला कब किसके द्वारा लिया गया ?”
स्पस्टीकरण 
भारत का संविधान “इंडिया” नाम की पुष्टि करता है और संपूर्ण विश्व इस पुष्टिकरण का आदर करता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि “इंडिया” शब्द (नाम) की उत्पत्ति कब कैसे और किसके द्वारा की गई। यही सत्य है कि भारत का नाम “इंडिया” है और मै एक इंडियन हूँ। 


यदि किसी पाठक को ऐसा प्रतीत होता है कि इस लेख में दी गई जानकारी (लिखने में या समझने) में कुछ कमी है या गलती है तो ऐसे पाठकों से नम्र निवेदन है कि आप अपना विचार कमेंट के माध्यम से हमें दें हम अवश्य उनके कॉमेंट के आधार पर अपने इस लेख में (आवश्यकता अनुसार) परिवर्तन करेंगे।