Saturday 5 September 2020

इंडियन शब्द का अर्थ है बास्टर्ड अर्थात हरामि संतान

जी हां इंटरनेट पर इस तरह के बयान-बजी  (स्टेटमेंट) आपको सैकड़ों लेख में मिल जाएंगे। आपको यूट्यूब पर इस प्रकार के अनेकों वीडियो मिलेंगे जहां पर इंडिया या इंडियंस के सम्बन्ध में ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। मेरा यह लेख उन लोगों को जवाब देने के लिए है जिन लोगों ने इंडिया या इंडियन शब्द को गलत तरीके से या तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया है। नीचे लिखें ऐसे ही कुछ स्टेटमेंट को यहां पर गलत सिद्ध कर रहा हूं :-



स्टेटमेंट - १. 
“Indian” शब्द का अर्थ है हरामी संतान, आपने पढ़ा होगा अंग्रेजोँ के समय मेँ सिनेमाघरोँ और कई सार्वजनिक जगहोँ पर “Dogs and Indians are not allowed”  का बोर्ड लगा रहता था इसी से आप समझ सकते हैँ अंग्रेज के लिये इंडियन्स की क्या वैल्यू थी।
स्पस्टीकरण 
इंडियन शब्द का अर्थ है भारतीय। इसकी पुष्टि हमारा संविधान करता है। हमारा संविधान कहता है "इंडिया दैट इज भारत"। जिस समय हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था उस समय बात कुछ और थी। गुलाम के बारे में कोई भी कुछ भी बोल सकता है लेकिन आज हम अंग्रेजों को खदेड़ कर उनके देश वापस कर चुके हैं। आज किसी की ऐसी हिम्मत नहीं है, जैसा कि इस लेख में बताया गया है। आज इंडियन मतलब भारतीय ही होता है  और जो लोग खुद की बुराई खुद निकालकर अपने आप को महान समझ रहे हैं, वस्तव में उन से बड़ा मूर्ख दुनिया में और कोई नहीं है। हम तो भारतीय हैं।  

स्टेटमेंट - २. 
यदि आप ऑक्सफ़ोर्ड की पुरानी डिक्शनरी (Oxford Dictionary) खोलें तो पृष्ठ नं० 789 पर लिखा है Indian जिसका मतलब बताया गया है कि “old-fashioned & criminal peoples” अर्थात् पिछड़े और घिसे-पिटे विचारों वाले अपराधी लोग। 
स्पस्टीकरण 
1900 साल में प्रकाशित ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के पेज नंबर 789 में बताए गए इंडियन शब्द का मतलब उस जमाने में ब्रिटिश हुकूमत के आदेश अनुसार लिखा गया था। और जिस तरह से हम लोगों ने (अर्थात हमारे पूर्वजों ने ) ब्रिटिश को भगाकर उनके देश पहुंचा दिया। उसी तरह से ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी को भी अपने उस एडिशन (प्रकाशन) को बदलना पड़ा। आज के वर्तमान समय में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में आप देख लीजिए इंडियन का मतलब भारतीय मिलेगा ना कि कुछ और आज दुनिया में किसी भी देश की इतनी क्षमता नहीं है कि वह भारत के 130 करोड़ नागरिकों के बारे में किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी कर सकें।आज इंडिया का मतलब भारत और इंडियन का मतलब भारतीय है और आगे भी रहेगा इसमें कोई संशय नहीं है।


स्टेटमेंट - ३. 
Indian का एक अर्थ है “वह व्यक्ति या दंपत्ति जिसके माता-पिता का विवाह चर्च में नहीं हुआ हो” । अर्थात “Indian” शब्द का अर्थ है उस दंपत्ति से पैदा संतानें जो की चर्च में विवाह न होने के कारण नाजायज हैं मतलब कि बास्टर्ड या फिर हरामी संतान |  
स्पस्टीकरण 
जैसा कि मैंने उपरोक्त उत्तर में इंडिया का मतलब भारत और इंडियन का मतलब भारतीय स्पष्ट कर दिया है तो इस पर अब आगे कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। चूँकि उस समय भारत कमजोर था, गुलाम था तो चाहे जिस ने जैसे भी संबोधित किया हो। परन्तु आज किसी की हिम्मत नहीं है कि भारतीय को अपशब्द कहे या अपशब्द कह कर संबोधित करें। 


स्टेटमेंट - ४. 
ब्रिटेन में वहां के नागरिकों को “इंडियन” कहना क़ानूनी अपराध है।

स्पस्टीकरण 
ब्रिटेन में वहां के नागरिकों को इंडियन कहना अपराध है। मेरा एक सवाल है क्या एक भारतीय को पाकिस्तानी, अफ्रीकी या अन्यथा कहना अच्छा है। यह तो हर देश में गलत है इस में नया क्या है लेख लिखने वालों को शायद इससे कुछ अंतर नहीं पड़ता हो परंतु मैं अपना बात कहता हूं कि मैं एक भारतीय हूं मैं एक इंडियन हूं और यदि मुझे कोई किसी और देश का नागरिक बताएगा तो निश्चित तौर पर मै उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। क्योंकि मैं इंडियन हूं पाकिस्तानी, अफ्रीकी या अन्यथा नहीं हूं। मुझे लगता है कि  ऐसे असभ्य लेखकों को उनके सवाल का जवाब अवश्य मिल चुका होगा जो इस तरह से सच्चाई को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। 

स्टेटमेंट - ५. 
दुनिया में लगभग 200 देश है उन सभी देशों के पास अपनी एक विशेष पहचान और एक खास नाम है इन 200 देशों में केवल भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जिसकी ऑफिसियली  2 नाम है इंडिया और भारत। हमारे संविधान में भी इन्हीं दोनों नामों को स्वीकृति दी गई है। संविधान की प्रस्तावना में लिखा है इंडिया अर्थात भारत देश। इसका मतलब यह हुआ कि देश के 2 नाम हैं सरकारी तौर पर गवर्नमेंट ऑफ इंडिया भी कहते हैं और भारत सरकार भी कहते हैं।
स्पस्टीकरण 
ऐसे विचार सुनकर मुझे हंसी आती है कि इस लेख के लेखक क्या भारत के संविधान रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी से भी ज्यादा महान, शिक्षित, विद्वान, और दुनिया देखे हुए हैं। मेरे नजरिए में तो शायद एक-दो ऐसे लोग हो जो पूरी दुनिया देखे हो उनमें से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी एक थे। अगर ज्ञान की बात की जाए तो मैं समझता हूं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के पास जो ज्ञान था वह ज्ञान आज भी शायद किसी भी भारतीय में नहीं होगा और ऐसे लोग यह कहते हैं कि भारत में ऑफिशियली दो नाम है इंडिया और भारत। मैं उनको ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा इतना कहूंगा कि हमारे संविधान के रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी पर थोड़ा सा विश्वास करें, भारत के संविधान पर विश्वास करें और इस तरह के अपने लेख को हो सके तो इंटरनेट से हटा ले। यह स्वयं उन्हीं लेखकों के लिए भी शर्म की बात है। क्योंकि वे जाने अनजाने में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को चैलेंज कर रहे हैं। वैसे जानकारी के लिए यह बतादूँ कि दुनिया में बहुत से देश हैं जिनकी एक से अधिक नाम है। आप लोग गूगल में सर्च कर लो आपको उत्तर मिल जाएगा। जैसा कि उदाहरण में दिया गया है कि जापान का एक नाम है जी नहीं जापान के भी एक से अधिक नाम है आप गूगल में सर्च कर लो। 

स्टेटमेंट - ६. 
“भारत” या “इंडिया”  इस देश का क्या नाम है ? सरकार से यही सवाल लखनऊ की सामाजिक कार्यकर्ता ने पूछ कर केंद्र सरकार को मुश्किल में डाल दिया है सूचना के अधिकार क़ानून यानी आर0 टी0 आई0  के तहत पूछा है कि सरकारी तौर पर भारत का क्या नाम है? उनके इस सवाल ने सरकारी दफ्तरों में हलचल मचा दी है क्योंकि सरकार के पास फिलहाल इसका कोई जवाब नहीं है। 
स्पस्टीकरण 
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ कि सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून ऐसे ही लोगों के उट पटांग सवालों के कारण बंद कर दिया गया है। इस कानून के तहत शायद आखरी सवाल यह था की यदि एलियन भारत पर हमला कर दें तो भारत सरकार इससे बचने के लिए क्या कदम उठाए हैं। इसके बाद से सूचना का अधिकार यानी आर टी आई कानून को रद्द कर दिया गया। क्योंकि इस देश में कुछ लोगों को बोलने का कुछ ज्यादा ही अधिकार मिल चुका है जी हां ऐसा ही यह सवाल है, कुछ बचकाने से सवाल। संविधान के प्रथम पृष्ठ पर लिखा हुआ है कि इंडिया मतलब भारत तो क्या इसके बावजूद भी केंद्र सरकार को जवाब देने में दिक्कत आई है। जी नहीं हमें लगता है यह कोई सवाल ही नहीं है और अगर किसी ने ऐसा सवाल किया है तो यह अत्यंत मूर्खतापूर्ण है। क्योंकि इंडिया मतलब भारत यह बात संविधान में स्पष्ट रूप से बताया गया है। फिर इंडिया और भारत जैसे सवाल उठने ही नहीं चाहिए और केंद्र सरकार को ऐसे सवाल स्वीकृत भी नहीं करने चाहिए। यह अनावश्यक विवाद बनाया जा रहा है अपना लेख लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह बेतुकी बात है। 

स्टेटमेंट - ७. 
"INDIAN" शब्द का वास्तविक अर्थ जानकर,शर्म से डूब जाएंगे आप।
स्पस्टीकरण 
शर्म हमें क्यों आए शर्म तो उनको आनी चाहिए जो गलत लिखते हैं, गलत छापते है। चाहे आप लेख के लेखक हो या फिर ऑक्सफोर्ड के प्रकाशक हम तो इंडियन है। हमारा संविधान हमें इंडियन का नाम दिया और है यह संविधान हमारा है। हम तो अपने इंडियन होने पर गर्व करते हैं। शर्म से डूब मरे वे लोग जिनको इंडियन होने पर गलत महसूस होता है, शर्म से डूब मरे ऐसे लेखों के लेखक जो इंडियन होने पर आपत्ति जताते हैं, दूसरों को बरगलाते है। ऐसे लेखक स्वयं क्यों नहीं डूब मरते। जिनको अपने संविधान का पता नहीं है,  देश के इतिहास का पता नहीं है, और चले हैं दुनिया को पाठ पढ़ाने।


स्टेटमेंट - ८. 
“इंडियन” शब्द शत प्रतिशत गुलामी का प्रतीक है नफरत भरा शब्द है क्योंकि जो लोग ईसाई चर्चों की मान्यताओं के अनुसार विवाह नहीं करते थे उन्हें ‘इंडियन’ कहा जाता है।
स्पस्टीकरण 
यह कहना सत प्रतिशत अनुचित होगा कि “इंडियन” शब्द गुलामी का प्रतीक है। “इंडियन” सब गुलामी का प्रतीक नहीं है बल्कि गुलामी के समय में “इंडियन” का तात्पर्य (अर्थ ) अंग्रेजों ने अलग बनाया था। “इंडियन” शब्द नफरत भरा नहीं है बल्कि जब “इंडियन” ब्रिटिश का गुलाम था उस जमाने में नस्लवाद और रंगभेद अपने चरम पर था और यह न सिर्फ “इंडिया” में अपितु अनेकों देश में नस्लवाद और रंगभेद का भाव व्याप्त था। 
आज के परिप्रेक्ष्य में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि "जो लोग ईसाई चर्चों की मान्यताओं के अनुसार विवाह नहीं करेंगे उन्हें ‘इंडियन’ कहाजाएगा" “इंडियन” शब्द को लेकर अनावश्यक भ्रम क्यों फैला रहे हैं जिसका कोई आधार (प्रमाण) ही नहीं है। आज के किसी भी डिक्शनरी में आपको “इंडियन” शब्द का मतलब भारतीय मिलेगा। 

स्टेटमेंट - ९. 
“हमें सुबूत चाहिए कि किसने और कब इस देश का नाम “इंडिया” रखा ? या भारत को “इंडिया” कहने का फैसला कब किसके द्वारा लिया गया ?”
स्पस्टीकरण 
भारत का संविधान “इंडिया” नाम की पुष्टि करता है और संपूर्ण विश्व इस पुष्टिकरण का आदर करता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि “इंडिया” शब्द (नाम) की उत्पत्ति कब कैसे और किसके द्वारा की गई। यही सत्य है कि भारत का नाम “इंडिया” है और मै एक इंडियन हूँ। 


यदि किसी पाठक को ऐसा प्रतीत होता है कि इस लेख में दी गई जानकारी (लिखने में या समझने) में कुछ कमी है या गलती है तो ऐसे पाठकों से नम्र निवेदन है कि आप अपना विचार कमेंट के माध्यम से हमें दें हम अवश्य उनके कॉमेंट के आधार पर अपने इस लेख में (आवश्यकता अनुसार) परिवर्तन करेंगे।

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