Friday 10 April 2020

ॐ का अर्थ व महत्व

ॐ का अर्थ व महत्व - 'ॐ ' शब्द में निम्न समाहित हैं -

अ + उ + म = ॐ 

अ से अज यानी ब्रह्मा - जो ब्रह्माण्ड अर्थात सृष्टि के रचयिता है और जिनका काम जन्म देने से होता है। 
उ से उनन्द यानी विष्णु - जो सृष्टि के पालनहार है और इनका काम सृष्टि का पालन करना है। 
म से महेश यानी शिव - जो सृष्टि के संहार अर्थात सृष्टि में बदलाव के लिए विघटन का कार्य करते है।

ॐ का सही उच्चारण (pronunciation)
ओम होता है। हालाँकि कुछ लोग ओं का उच्चारण करते है जो की किसी भी तरह से सही नहीं है। 

ॐ का उच्चारण करने से ब्रह्मा, विष्णु व महेश का आवाहन होता है। 

यही कारन है कि न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में न सिर्फ वैदिक मतालम्बी व सनातनी बल्कि कई अन्य मतालम्बी जैसे जैन मतालम्बी, बैष्णो मतालम्बी आदि भी किसी भी कार्य का प्रारम्भ ॐ शब्द से करते है। 



प्रिय पाठकगण यदि इस लेख में आपको कुछ कमी लगे तो कृपया कमेंट करके हमें बता दें हमें खुशी होगी
यदि यह लेख आपको अच्छा लगे तो कृपया शेयर जरूर कीजिए


इस साइट से कोई भी लेख कापी करके किसी दूसरे स्थान पर छापना, कानूनी अपराध है, दोषी पाये जाने पर समस्त हर्जाने व खर्चे का भुगतान देना होगा, समस्त विषयों के लिये न्याय क्षेत्र कोलकाता होगा। 

No comments:

Post a Comment