Sunday 12 April 2020

शकुन-अपशकुन

शकुन शास्त्र भारतीय साहित्य का बहुत प्राचीन ग्रंथ है। इस ग्रंथ में हमारे दैनिक जीवन में होने वाली छोटी-मोटी घटनाओं के संबंध में विस्तृत वर्णन मिलता है।यदि कोई शकुन होता है तो सफलता और सुख मिलता है, जबकि अपशकुन होने पर दुख और असफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही इस ग्रंथ में कुछ ऐसे अपशकुनों के बारे में भी बताया गया है जो भविष्य में आने वाली किसी बड़ी समस्या के बारे में हमें सूचित करते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही शकुन-अपशकुन के बारे में चर्चा करेंगे।



राशिफल गुरु द्वारा कराए गए एक सर्वे के अनुसार - शकुन-अपशकुन

सुबह सो कर उठने के साथ जोड़ा (दो) मैना देखना शुभ होता है। यदि आप किसी परीक्षा प्रतियोगिता या किसी बिशेष कार्य को करने जा रहे है और जोड़ा (दो) मैना दिख जाए तो निश्चित ही कार्य सफल होगा। इसमें कोई संसय नहीं। 




यदि बिल्ली घर के फर्श को कहते या फर्श पर अपना सर रगड़े (खुजलाए) तो निश्चित ही कोई बिशेष शुभ समाचार की प्राप्ति होती है। 



कार्य पर जाते समय यदि बिल्ली रास्ता काट जाए तो कार्य असफल होने की आशंका रहती है। ऐसी परिश्थिति में यदि संभव हो तो घर वापस आकर या थोड़ी देर रूक कर आगे जाएँ।



यदि आप किसी परीक्षा प्रतियोगिता या किसी बिशेष कार्य को करने जा रहे है और कोई बिल्ली आपका रास्ता काटने का प्रयाश करे परन्तु असफल होकर वापस चली जाए तो निश्चित ही कार्य सफल होगा। इसमें कोई संसय नहीं।



यदि आप किसी परीक्षा प्रतियोगिता या किसी बिशेष कार्य को करने जा रहे है और रास्ते में शवयात्रा (दीर्घतना से मृत शरीर नहीं)  सजी हुई शवयात्रा दिखाई दे तो कार्य सिद्धि नश्चित होगा इसमें कोई संसय नहीं।



सुबह सो कर उठने के साथ एक ही प्रजाति के पक्षियों का एक दूसरे के साथ खेलना या चहचहाना किसी शुभ सूचना का प्रतिक होता है। 




सुबह सो कर उठने के साथ सर्प (सांप) देखना शुभ होता है।



यदि घर या घर के आँगन में कौवा मांश का टुकड़ा लाकर गिराए या उसके चोंच से गिर जाए तो निश्चित धनागमन होता है।



यदि किसी ब्यक्ति के सर पर कौवा बैठे या सर पर कौवा बैठकर ठोकर मरे तो यह अत्यंत अशुभ होता है। 



शकुन शास्त्र के अनुसार - शकुन-अपशकुन

यदि आप किसी कार्य से जा रहे हैं तो आपके सामने सुहागन स्त्री अथवा गाय आ जाए तो कार्य में सफलता मिलती है।


कहीं जाने के लिए आप कपड़े पहन रहे हैं और जेब से पैसे गिरें तो धन प्राप्ति का संकेत है। कपड़े उतारते समय भी ऐसा हो तो शुभ होता है।



यदि आपके यहाँ सोकर उठते से ही कोई भिखारी माँगने आ जाए तो ये समझना चाहिए आपके द्वारा दिया गया पैसा (उधार) बिना माँगे वापस आ जाएगा।


आप सोकर उठे हों उसी समय नेवला आपको दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है।



आप किसी कार्य से जा रहे हों, तब आपके सामने कोई भी व्यक्ति गुड़ ले जाता हुआ दिखे तो आशा से अधिक लाभ होता है।


लड़की के लिए आप वर तलाश करने जा रहे हों। तब घर से निकलते समय चार कुँवारी लड़कियाँ बातचीत करते मिल जाएँ तो शुभ योग होता है।


यदि शरीर पर चिड़िया गंदगी कर दे तो आपने समझना चाहिए आपकी दरिद्रता दूर होने वाली है। ये शुभ शकुन हैं, इसी प्रकार 



कार्य पर जाते समय कोई दुष्ट प्रकृति वाला, व्यभिचारी अथवा अन्यायी, व्यभिचारिणी सामने आ जाए तो कार्य सफल नहीं होता।


शुभ कार्य के लिए विचार चल रहा हो तब यदि छिपकली की आवाज सुनाई दे तो कार्य की असफलता होती है।


घर में किसी देवता की मूर्ति अथवा चित्र टूट जाए तो अत्यंत कष्ट  सामना हो सकता है।



यदि आपको आकाश में तारे टूटते दिखाई दें तो स्वास्थ्‍य खराब होने की सूचना होती है। इसी के साथ नौकरी में खतरा एवं आर्थिक तंगी आने लगती है।


आपके घर उल्लू के चिल्लाने की आवाज आ रही हो तो भूत बाधा का डर रहता है अथवा ऊपरी बाधा से ग्रसित हो सकते हैं, विशेषकर स्त्री।


कुत्ते का रोना अथवा सियार के रोने से रिश्तेदार, पड़ोसी या मोहल्ले में कष्ट (मृत्यु) की संभावना रहती है।


घर में उल्लू गिरे तो मानहानि, आयुहानि होती है। इसकी शांति के लिए यज्ञ-पूजन अथवा जाप करना चाहिए। 



जंगली कबूतर नहीं पालें, अशुभ माना गया है।



जिस भवन में बिल्लियां लड़ती रहती हैं वहां जल्द ही मुश्किल आने की संभावना रहती है। साथ ही वहां विवाद बढ़ता है। मतभेद होता है।



जिस भवन के गेट पर आकर गाय जोर-जोर से रंभाए तो जरूर ही उस घर के सुख में वृद्धि होती है।


भवन के सम्मुख कोई कुत्ता भवन की ओर मुख करके रोए तो निश्चय ही घर में कोई विपत्ति आने वाली है अथवा किसी की मृत्यु होने वाली है।


जिस घर में काली चींटियां समूह वृद्ध होकर घूमती हों वहां ऐश्वर्य वृद्धि होती है, किन्तु मतभेद भी होते हैं।


घर में प्राकृतिक रूप से कबूतरों का वास शुभ होता है।


घर में मकड़ी के जाले नहीं होने चाहिएं, वे शुभ नहीं होते।


घर की सीमा में मयूर का रहना या आना शुभ होता है।


जिस घर में बिच्छू कतार बना कर बाहर जाते हुए दिखाई दें तो समझ लेना चाहिए कि वहां से लक्ष्मी जाने की तैयारी कर रही हैं।


पीला बिच्छू माया का प्रतीक है। पीला बिच्छू घर में निकले तो घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।


जिस घर में प्राय: बिल्लियां आकर विष्ठा कर जाती हैं, वहां कुछ शुभत्व के लक्षण प्रकट होते हैं।


घर में चमगादड़ों का वास अशुभ होता है।


जिस भवन में छछूंदरें घूमती हैं वहां लक्ष्मी की वृद्धि होती है।


जिस घर के द्वार पर हाथी अपनी सूंड ऊंची करे वहां उन्नति, वृद्धि तथा मंगल होने की सूचना मिलती है।


जिस घर में काले चूहों की संख्या अधिक हो जाती है वहां किसी बीमारी के अचानक होने का अंदेशा रहता है।


जिस घर की छत या मुंडेर पर कोयल या सोन चिरैय्या चहचहाए, वहां निश्चित ही श्री वृद्धि होती है।


जिस घर के आंगन में कोई पक्षी घायल होकर गिरे वहां दुर्घटना होती है।



जिस भवन की छत पर कौए, टिटहरी अथवा उल्लू घोर शब्द करें तब वहां किसी समस्या का उदय अचानक होता है।



अगर आप पूजा कर रहे हैं और इस दौरान भगवान को लगाया गया दीपक अपने आप (पंखे की हवा या अन्य किसी कारण से नहीं) बुझ जाए तो इसे अपशकुन ही मानना चाहिए। ये अपशकुन आने वाले समय में किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।


किसी काम के लिए जाते समय बिल्ली का रास्ता काटना भी अपशकुन है। बिल्ली काली हो तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। 


घर से निकलते समय कोई पीछे से आवाज लगा दे तो इसे भी अपशकुन ही मानना चाहिए। इससे काम में बढ़ा उत्पन्न होता है। 



यदि आप कहीं जा रहें और बिल्ली आपके सामने कोई खाने वाली वस्तु लेकर आये और म्याऊं बोले तो- अशुभ होता है। यही क्रिया आपके घर आते समय हो तो- शुभ होता है।



जाते वक्त बिल्ली बायीं ओर दिखे तो शुभ होता है और दायीं ओर दिखे तो अशुभ होता है।



बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ माना जाता है। कार्य में अड़चने आयेंगी।



यदि कहीं हम प्रवेश कर रहे है और बिल्ली दायीं ओर से बाहर आ रही हो तो- बहुत शुभ होता है।



यदि बिल्ली आपके पैर सूंघ रही हो तो यह एक अशुभ संदेश है।



बिल्ली यदि किसी स्त्री का मस्तक चाटे तो उसके विधवा होने की आशंका है।



बिल्ली यदि किसी स्त्री का पैर चाटे तो उसके श्वसुर की मृत्यु हो सकती है।



यदि आप ने किसी सूअर को कीचड़ में सना हुआ देखा है तो- शुभ है, किन्तु यदि कीचड़ सूखा हुआ है तो- अशुभ होता है।



यदि आप कहीं जा रहें और आपने सूअर देख लिया तो- आपका कार्य बनेगा।



कहीं जाते वक्त सूअर बायीं ओर दिखे तो- शुभ और दायीं ओर दिखे तो अशुभ।



यदि कहीं आप प्रवेश कर रहे है और सूअर आपको दायीं ओर दिखे तो शुभ और बांयी ओर दिखे तो अशुभ।



बन्दर बायीं ओर दिखे तो- यह शुभता का प्रतीक है। कार्य में सफलता मिलेगी।



संध्याकाल में यात्रा के लिये निकले और बन्दर दिखायी पड़े तो आपकी यात्रा मंगलमय होगी।



यदि कोई जा रहा हो अथवा वापस आ रहा हो और गधा बायीं ओर दिख जाये तो- यह एक शुभ शकुन है।



पीठ के पीछे अथवा एकदम सामने गधा आवाज करें तो- कुछ अशुभ होने वाला है।



जाते वक्त गधा दायीं ओर दिखे तो- कार्य पूर्ण नहीं होता है।



यदि आप कहीं जा रहें है तो बैल अथवा भैंस दाहिनी ओर बैठे दिखे तो- यह अशुभ संकेत है।



सामने से कुत्ता हडडी अथवा मांस का टुकड़ा लेकर आये तो- अशुभ।



सड़क पर कहीं भी छिपकली दिख जाये तो- अशुभ।



बन्दर का दाहिनी ओर तथा बिल्ली का बायीं ओर दिखना शुभ होता है।



संभोगरत कुत्ते को देखना अशुभ होता है। कार्य में बाधायें व परिवार में झगड़ा हो सकता है।



यदि किसी के दरवाजे पर लगातार कुत्ता भौंकता है तो- परिवार में धन हानि या बीमारी आ सकती है।



यदि जाते वक्त नेवला दिखाई पड़े तो- बहुत शुभ होता है। नेवला वाले स्थान की मिट्टी उठाकर आप-अपने घर में रखें जिससे धन एंव समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।



यदि आप किसी प्रयोजन से जा रहें और कोई टोक दे अर्थात- कहां जा रहो'' कह दे तो जिस प्रयोजन हेतु जा रहें है, उसमें असफलता ही हाथ लगेगी।



किसी भी कार्य से जाते समय कोई आपसे चाय पूछ लें तो कार्य में सफलता नहीं मिलेगी।



घर से बाहर जाते समय अथवा कोई नया कार्य आरम्भ करते समय भैंस दिखाई दे तो, यह बहुत शुभ संकेत माना जाता है।



किसी विशेष कार्य के लिए जाते समय गाय, बछड़ा, बैल, सुहागिन, मेहतर और चूड़ी पहनाने वाला दिखाई दे अथवा रास्ता काट जाये तो यह शुभ शकुन कार्य सिद्ध करने वाला होता है।



किसी कार्य हेतु जाते वक्त यदि गाय बछड़े को दूध पिलाती दिख जाये तो यह सबसे शुभ शकुन होता है। ऐसे समय में आप यदि गाय को कोई फल खिला दे तो आप के कार्य में चार-चांद लग जायेंगे।



घर से निकलते समय यदि कुत्ता अपने शरीर को कीचड़ में साना हुआ दिखे और कान फड़फड़ाये तो यह बहुत ही अशुभ घटना का शकुन है। ऐसे समय में कार्य और यात्रा रोक देनी चाहिए।



घर के सामने सुबह के समय यदि कुत्ता रोये तो उस दिन कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए।



यदि किसी मकान की दीवार पर कुत्ता रोते हुये पंजे मारे तो उस घर में चोरी होने की आशंका होती है।



यदि कोई व्यक्ति किसी के अन्तिम संस्कार से वापस आ रहा है और साथ में उसके कुत्ता भी आया है तो उस व्यक्ति की मृत्यु की आशंका रहती है अथवा कोई बड़ी विपत्ति का सामना करना पड़ सकता है।



घर में पालतू कुत्ता के आंसू आये और वह भोजन करना त्याग दें तो समझना चाहिए कि उस घर में कोई संकट आने वाला है।



यदि आप किसी कार्य से बाहर जा रहे है और पालतू कुत्ता आपकी ओर देखकर भौंके तो आप किसी विपत्ति में फॅसने वाले है। ऐसे में जाना उचित नहीं होता है।



कुत्ता यदि आपके घुटने सूंघे तो आपको कोई लाभ होने वाला है।



किसी मकान की छत पर यदि उल्लू बैठ जाये तो उस घर पर कोई संकट आने वाला है।



किसी कार्य के आरम्भ में अथवा यात्रा में मोर की आवाज सुनाई दे तो उस कार्य में सफलता अवश्य मिलेगी।



किसी कार्य हेतु जाते समय यदि लाठी लिये किसान दिखाई दे तो कार्य में सफलता मिलेगी।



जाते समय यदि सिर पर चिडि़या बीट कर दे तो बहुत अच्छा माना जाता है।

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